रैकी आध्यात्मिक चिकित्सा पद्धति
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शनिवार, फ़रवरी 10, 2018
मौन...पहाड़ का
नग्न काया
परवत की
बज रहा
संगीत
पतझड़ का
कुछ विरहगान
गुनगुनाती
पहाड़ी लड़कियाँ
गीत में...है
समाया हुआ
दुःख पहाड़ का
सिकुड़कर
लाज से
सिसकते सिकुड़ी सी
नदी
जंगल तोड़ रहे
मौन...पहाड़ का
और नदी के
छल-छलाने की
आवाज भी
भंग करती है मौन
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